Redmi Note 8 Pro 2019 में लॉन्च हुआ था और आते ही मिड-रेंज स्मार्टफोन मार्केट में तहलका मचा दिया था। यह ऐसा Redmi फोन था जो खासतौर पर गेमिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए तैयार किया गया था। मैंने यह फोन लॉन्च के सिर्फ 15 दिन बाद ₹17,999 में खरीदा — और मेरा मकसद था इससे YouTube पर गेमिंग वीडियो बनाना रिकॉर्ड करना।
इसमें दिया गया Helio G90T प्रोसेसर, 64MP का दमदार कैमरा, और बड़ी बैटरी उस समय इसे एक शानदार डील बनाते थे। अब, इतने सालों के इस्तेमाल के बाद — मैं आपके साथ शेयर कर रहा हूँ इसका 5 साल बाद का सच्चा अनुभव, कि क्या यह फोन अब भी टिक पाया है? क्या इसकी परफॉर्मेंस आज के समय में भी चलने लायक है?
आईए, शुरू करते हैं इस लॉन्ग-टर्म रिव्यू के साथ।
स्पेसिफिकेशन बॉक्स
Category | Specification |
---|---|
Launch Year | 2019 |
Network | GSM / HSPA / LTE |
Build | Glass front & back (Gorilla Glass 5), plastic frame |
Dimensions | 161.4 x 76.4 x 8.8 mm |
Weight | 200 g |
Display | 6.53″ IPS LCD, HDR, 500 nits (typ), 1080 x 2340 pixels, Gorilla Glass 5 |
Chipset | MediaTek Helio G90T (12nm) |
CPU & GPU | Octa-core (2×2.05 GHz Cortex-A76 + 6×2.0 GHz Cortex-A55)Mali-G76 MC4 GPU |
Memory | 64/128/256 GB storage, 4/6/8 GB RAM, UFS 2.1microSDXC (uses shared SIM slot) |
Main Camera | Quad: 64 MP (main) + 8 MP (ultrawide) + 2 MP (macro) + 2 MP (depth) |
Video (Rear) | 4K@30fps, 1080p@30/60, frame rate for slow motion recording 120fps, 720p@960fps, gyro-EIS |
Selfie Camera | 20 MP, HDR, 1080p@30fps |
Battery | 4500 mAh, Li-Po, non-removable, 18W wired fast charging |
Sound | Loudspeaker: Yes3.5mm Jack: Yes |
Connectivity | Wi-Fi 802.11 a/b/g/n/ac, Bluetooth 5.0, GPS, GLONASS, NFC, IR Blaster, FM Radio |
Ports | USB Type-C 2.0 |
Sensors | Rear-mounted fingerprint, accelerometer, gyro, proximity, compass |
Colors | Black, Red, Blue, White, Deep Sea Blue, Midnight Blue, Electric Blue, Orange |
Price (Launch) | ₹17,999 (India) 6/128 variant |
Redmi note 8 pro रियल लाइफ परफॉर्मेंस – 5 साल बाद
1. गेमिंग परफॉर्मेंस

Redmi Note 8 Pro को मैंने खासतौर पर गेमिंग के लिए खरीदा था, और उस समय का इसका 6GB RAM / 128GB स्टोरेज वेरिएंट एक शानदार विकल्प था। इसमें मिलने वाला MediaTek Helio G90T प्रोसेसर मिड-रेंज सेगमेंट में उस दौर का सबसे पावरफुल चिपसेट था, जिसे खासतौर पर गेमिंग के लिए डिजाइन किया गया था।
शुरुआती अनुभव:
फोन लॉन्च के शुरुआती 1–2 साल तक मैंने इसमें PUBG Mobile, Call of Duty: Mobile, Asphalt 9 जैसे हाई-एंड गेम्स लगातार खेले।
- PUBG Mobile स्मूद ग्राफिक्स सेटिंग पर 60FPS सपोर्ट करता था, और रियल परफॉर्मेंस भी काफी स्टेबल रहती थी।
- Gyroscope का रिस्पॉन्स बेहद स्मूद और सटीक था, जो खासकर PUBG जैसे गेम्स में एक बड़ा एडवांटेज साबित होता है।
- हीटिंग की समस्या लगभग नहीं थी, सिर्फ लंबे गेमिंग सेशन के दौरान हल्की गर्माहट महसूस होती थी, जो सामान्य थी।
- Game Turbo Mode की मदद से गेमिंग का अनुभव और बेहतर हो जाता था।
बैटरी परफॉर्मेंस गेमिंग में:
- जब नया लिया था, तब पूरी बैटरी चार्ज करने पर करीब 3 से साढ़े 3 घंटे तक गेमिंग आराम से हो जाती थी, बिना ज्यादा हीटिंग या बैकअप में कमी के।
- मैंने कभी चार्जिंग के दौरान गेम नहीं खेला, शायद इसी वजह से आज भी फोन की बैटरी परफॉर्मेंस अच्छी बनी हुई है।
लॉन्ग-टर्म एक्सपीरियंस:
लगभग 2 साल तक फोन की गेमिंग परफॉर्मेंस काफी शानदार रही, लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे परफॉर्मेंस में गिरावट आने लगी।
- अब PUBG जैसे गेम्स में 60FPS का विकल्प दिखता तो है, लेकिन रियल में गेम 30FPS के आस-पास ही चलता है, और स्मूदनेस पहले जैसी नहीं रही।
- हल्के गेम्स जैसे Ludo, Subway Surfers, Free Fire MAX (low settings) अब भी ठीक से चल जाते हैं, लेकिन हाई-एंड गेम्स के लिए यह फोन अब आउटडेटेड महसूस होता है।
2. कैमरा परफॉर्मेंस

Redmi Note 8 Pro में क्वाड-कैमरा सेटअप दिया गया था, जो उस समय इसे अपने सेगमेंट में एक बेहतरीन कैमरा फोन बनाता था:
- 64MP (f/1.9) प्राइमरी सेंसर
- 8MP अल्ट्रावाइड
- 2MP मैक्रो लेंस
- 2MP डेप्थ सेंसर
फोटो क्वालिटी
शुरुआती दिनों में यह फोन डेली फोटोग्राफी के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हुआ।
- दिन के समय ली गई फोटोज में काफी अच्छे डिटेल्स और कलर देखने को मिलते थे।
- हालांकि कभी-कभी कुछ फोटोज में ओवर-सैचुरेशन भी नज़र आता था, खासकर ग्रीन और रेड टोन में।
- नाइट फोटोग्राफी decent थी, Noise कंट्रोल अच्छा था लेकिन Low Light में Sharpness थोड़ी कम हो जाती थी।
- इस फोन का मैक्रो कैमरा सबसे ज़्यादा इंप्रेसिव लगा – मैक्रो फोटोज में डिटेलिंग शानदार आती थी।
- Pro Mode फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए बहुत मददगार साबित हुआ।
वीडियो रिकॉर्डिंग एक्सपीरियंस
Redmi Note 8 Pro में वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए भी अच्छे विकल्प मौजूद थे:
- यह 4K @30fps तक रिकॉर्डिंग सपोर्ट करता है, और आउटपुट काफ़ी शार्प और नैचुरल आता है।
- यदि 4K रिकॉर्डिंग को गिंबल के साथ यूज़ किया जाए, तो इसका आउटपुट किसी प्रोफेशनल कैमरे जैसा लगता है।
- हालाँकि अगर इसमें 4K @60fps सपोर्ट होता, तो अनुभव और बेहतर हो सकता था।
- 1080p @30fps और 60fps रिकॉर्डिंग decent क्वालिटी देती है, लेकिन stabilization और color accuracy कुछ हद तक inconsistent थी।
- Slow motion के लिए:
- 1080p @120fps की वीडियो क्वालिटी काफ़ी अच्छी मिलती है।
- 720p @240fps और 960fps भी सपोर्ट करता है, लेकिन 960fps की क्वालिटी उतनी इम्प्रेसिव नहीं रही।
सेल्फी कैमरा
- फ्रंट में दिया गया 20MP (f/2.0) कैमरा दिन में अच्छी सेल्फी लेता था।
- HDR मोड decent था, लेकिन रात में क्वालिटी थोड़ी ग्रेनी हो जाती थी।
- वीडियो कॉलिंग में भी कैमरा का परफॉर्मेंस संतोषजनक था।
2025 तक का कैमरा अनुभव
आज, लगभग 5 साल बाद, कैमरा परफॉर्मेंस में noticeable गिरावट आ चुकी है:
- पहले जैसा Sharpness और Clarity अब फोटोज़ में नहीं आता।
- कैमरा ऐप अब कभी-कभी धीमी हो जाती है और प्रोसेसिंग टाइम भी बढ़ गया है।
- नाइट मोड उतना प्रभावी नहीं रहा और ओवरसैचुरेशन का इश्यू अब और ज़्यादा देखने को मिलता है।
3. बैटरी और चार्जिंग परफॉर्मेंस

शुरुआती अनुभव:
- जब यह फोन नया था, तब फुल चार्ज पर यह आराम से 3 से 3.5 घंटे तक लगातार गेमिंग चला लेता था।
- रेगुलर यूज़ (जैसे सोशल मीडिया, कॉलिंग, यूट्यूब वगैरह) में 1 दिन से ज़्यादा का बैकअप आसानी से देता था।
- फोन लगभग 1% बैटरी एक मिनट से भी कम समय में चार्ज कर लेता था, जो कि 18W चार्जिंग के हिसाब से अच्छा प्रदर्शन है।
- पूरी बैटरी करीब 1 घंटे 45 मिनट में फुल चार्ज हो जाती थी।
लॉन्ग टर्म एक्सपीरियंस (2025 तक):
- आज 5 साल बाद भी फोन की बैटरी परफॉर्मेंस संतोषजनक है।
- मिक्स्ड यूज़ में 6–8 घंटे तक बैकअप दे देता है।
- बैटरी हेल्थ में थोड़ा गिरावट जरूर आई है, लेकिन कोई सीरियस इश्यू नहीं है।
- हीटिंग की समस्या बहुत कम रही क्योंकि आपने चार्जिंग के दौरान गेमिंग नहीं की, जिससे बैटरी की लाइफ बेहतर बनी रही।
4. बिल्ड क्वालिटी का 5 साल का अनुभव)

Redmi Note 8 Pro की बिल्ड क्वालिटी शुरू से ही काफी प्रीमियम और मजबूत महसूस होती है। इस फोन में आगे और पीछे दोनों तरफ़ Corning Gorilla Glass 5 दिया गया है, जो उस समय इस प्राइस रेंज में एक शानदार फीचर माना जाता था।
गिरने और डैमेज का अनुभव:
फोन कई बार मेरे हाथ से गिरा, लेकिन शुरुआती 2–3 सालों तक स्क्रीन पर कोई डैमेज नहीं हुआ। इसका सबसे बड़ा कारण था कि मैंने हमेशा स्क्रीन प्रोटेक्टर और बैक कवर का उपयोग किया।
हालांकि, एक बार फोन गिरा जब मैं एक नया हार्ड बैक कवर इस्तेमाल कर रहा था, जो कैमरा मॉड्यूल को सुरक्षित रखने के लिए सख्त था। गिरने के बाद, कवर होने के बावजूद बैक ग्लास टूट गया। इसकी मुख्य वजह ये थी कि हार्ड कवर शॉक को absorb नहीं करता, जिससे गिरने का पूरा झटका (impact force) सीधा फोन के बैक ग्लास पर गया।
टिप: बैक ग्लास वाले फोन के लिए soft silicon cover ज़्यादा बेहतर होता है क्योंकि वो शॉक को कुछ हद तक absorb करता है।
Glass & Frame की मजबूती:
- सामने और पीछे Gorilla Glass 5 होने से स्क्रैच और मामूली गिरावट से अच्छी सुरक्षा मिली।
- फ्रेम मेटल जैसा मजबूत नहीं है, लेकिन अब तक कोई डेंट नहीं आया।
- स्क्रीन कभी नहीं टूटी, जो कि बड़ी बात है इतने लंबे इस्तेमाल में।
बॉडी डिस्कलरिंग और हीटिंग:
- 5 साल के लंबे इस्तेमाल के बाद भी फोन की बॉडी में कोई डिस्कलरिंग या बेंडिंग नहीं दिखी।
- किनारों से पेंट थोड़ा उतर गया है, जो आमतौर पर लंबे समय में होता है।
- हीटिंग की बात करें तो सामान्य गेमिंग और चार्जिंग के दौरान हल्का गर्म होता था, लेकिन कभी भी ज़्यादा नहीं।
बटन और पोर्ट्स की हालत:
- अब तक पावर और वॉल्यूम बटन अच्छी तरह काम कर रहे हैं, हल्की सी ढील ज़रूर महसूस होती है लेकिन कोई malfunction नहीं है।
- चार्जिंग पोर्ट भी अच्छे से काम कर रहा है — कोई लूजनेस या contact issue नहीं हुआ अब तक।
ग्रिप और हाथ में फील:
- फोन थोड़ा भारी (लगभग 200g) जरूर है, लेकिन इसकी इन-हैंड फील प्रीमियम है।
- लंबे समय तक हाथ में रखने पर हल्की थकान हो सकती है, लेकिन daily use में कोई दिक्कत नहीं आई।
Cover और Screen Protector:
- मैंने शुरू से ही screen guard और back cover इस्तेमाल किया।
- इसकी वजह से फोन की स्क्रीन अब तक बिलकुल सही हालत में है।
- अगर hard cover के बजाय soft cover इस्तेमाल किया जाता तो शायद back glass damage भी न होता।
फायदे और नुकसान का बॉक्स
👍 फायदे (Pros) | 👎 नुकसान (Cons) |
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दमदार बिल्ड क्वालिटी | अब सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं आता |
पावरफुल गेमिंग परफॉर्मेंस (2019–2021) | अब heavy गेम्स अच्छे से नहीं चलते |
शानदार माइक्रो कैमरा और Pro Mode | 4K में सिर्फ 30fps तक सीमित |
अच्छे स्पीकर और माइक | बैक ग्लास आसानी से टूट सकता है |
बैटरी की हेल्थ अब भी decent | 2025 में outdated features |
अंतिम निष्कर्ष

Redmi Note 8 Pro अपने समय का एक लाजवाब फोन था – खासकर गेमिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए। लेकिन 2025 तक आते-आते इसकी चमक थोड़ी फीकी पड़ चुकी है। आज ये फोन केवल सामान्य यूज़र्स के लिए ही ठीक है, नए खरीदारों के लिए नहीं। अगर आपने इसे 2019–2020 में खरीदा था, तो आपने सही निवेश किया था।
FAQs
क्या Redmi Note 8 Pro 5G है?
नहीं, Redmi Note 8 Pro एक 4G फोन है। इसमें 5G सपोर्ट नहीं मिलता है।
- यह 2019 में लॉन्च हुआ था, जब 5G तकनीक भारत में उपलब्ध नहीं थी।
- इसमें Mediatek Helio G90T प्रोसेसर है, जो सिर्फ 4G नेटवर्क को सपोर्ट करता है।
- अगर आप 5G स्पीड या नेटवर्क का अनुभव लेना चाहते हैं, तो यह फोन 2025 के लिए उपयुक्त विकल्प नहीं है।
क्या Redmi Note 8 Pro 2025 में गेमिंग के लिए सही है?
सिर्फ नॉर्मल गेमिंग के लिए ठीक है, लेकिन हैवी या हाई-ग्राफिक्स गेम्स के लिए अब ये फोन उपयुक्त नहीं है।
क्या Redmi Note 8 Pro को अब भी अपडेट मिलते हैं?
नहीं। अंतिम सुरक्षा अपडेट 11 अप्रैल 2022 को आया था, उसके बाद से कोई Android या MIUI अपडेट नहीं मिला है।